Kanker Asim ray murder case : लापता शूटर पकड़ा गया जानने के लिए आगे बारे
आज और दो आरोपी को जेल भेजा जा रहा है जिसमें एक आरोपी विकास तालुकदार है जो कि मुख्य सार्प शूटर है जिसके द्वारा गोली चलाया गया था इधर वा ये सोन सा ठीक है और क्या होता है कि जैसे आपका सबसे पहले पखांजूर हत्याकांड इसके बारे में हमने एक वीडियो में आपको सारी डिटेल्स दी थी कि किस प्रकार से पखांजूर हत्याकांड में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई और हत्या के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल चुकी थी पुलिस अपने एंगल से जांच कर रही थी asim ray murder case का नया आरोपी
इससे पहले नक्सलियों के द्वारा यह कांड करने की आशंकाएं जताई जा रही थी ऐसा एक शक जा रहा था कि कहीं नक्सलियों ने तो असीम असीम राय को नहीं मारा मगर यह धारणाएं गलत साबित हुई और असीम राय को मारने वाले उसके तीन दुश्मन थे दरअसल आपको बता दूं बप्पा बप्पा गांगुली जो कि नगर पंचायत अध्यक्ष वो और उनके साथ ही विकास पाल इसके साथ एक और साथी जीतेंद्र बैरागी ये तीनों मिलके इस हत्याकांड को अंजाम देने का सोचा था दरअसल जो बप्पा गांगली है उनको अपनी कुर्सी छिन जाने का डर सता रहा था जो विकास पाल है उनको उनके अवैध लौज के टूट जाने का डर सता रहा था जितेंद्र बैरागी जो है उनसे असीम राय की निजी दुश्मनी थी दरअसल आपको बता दें कि जब यह तीनों ने असीम राय को गोली मारकर हत्या करने के बारे में प्लान बनाया तो उस प्लान में पहले यह तीन लोग ही शामिल थे इन तीनों ने सोचा कि असीम राय को अपने रास्ते से हटाना ही ठीक होगा उसके बाद प्लानिंग की गई प्लानिंग में सबसे पहली चीज आई कि आखिर यह हत्या को अंजाम कौन देगा और अगर किसी और से यह हत्या को अंजाम करवाया जाए किसी और से हत्या करवाई जाए तो उसके लिए पैसे कितने लगेंगे तो सबने मिलकर प्लानिंग किया कि इसके लिए शूटर को ढूंढा जाए तो जो बैरागी जितेंद्र बैरागी उन्हें रेखी करने का काम शुरू किया और जो साथी बप्पा गांगुली और विकास पाल हैं
पैसों की व्यवस्था करनी शुरू की इसके बाद यह अपने पाकी साथियों से मिले और उनको बताया इस सारी वारदात के बारे में कि किस प्रकार से इस हत्या को अंजाम देना है शूटर ढूंढे गए और ऐसे कड़ी से कड़ी जोड़ते जोड़ते यह तीन आरोपी से टोटल 11 आरोपी हो गए और पुलिस कॉल डिटेल ट्रेस करते करते सीसीटीवी फुटेज खंगाल खंगाल के इन सब तक धीरे-धीरे कर कर पहुंच गई प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया गया कि इस प्रकार से 10 10 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया मगर एक जो मुख्य आरोपी था जो शूटर था विकास वो फरार था विकास तालुकदार वो गायब था वो पुलिस के हथ्य नहीं चढ़ा हुआ था धीरे-धीरे करके वो अपनी टीम बढ़ाते चले गए तीन से कब 11 हुए इसका पता नहीं चला क्योंकि एक के बाद एक लोगों को जोड़ते चले गए कुछ ने शूटर का व्यवस्था किया कुछ ने रेखी करने वालों की व्यवस्था की कुछ ने समय निर्धारित किया और टोटल ₹ लाख में यह सुपारी फिक्स हुई ₹ लाख में से ₹ लाख हथियार खरीदने में लगाए गए और बाकी के 6 लाख जो जितने आरोपी थे उन्होंने मिलकर बांट लिए मतलब 11 में से तीन को अगर छोड़ दिया जाए तो बाकी के आठ आरोपियों ने मिलकर उस 6 लाख को बराबर बराबर अपने हिस्से में बांट लिया पुलिस ने सारे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि किस प्रकार से प्लानिंग की गई थी किस प्र से असीम राय को अपने रास्ते से हटाने की पूरी तैयारी की गई थी और उसके बाद जाकर एक जो मुख्य आरोपी था जो शूटर था वो फरार था विकास तालुकदार आज का अपडेट यह है
आज और दो आरोपी को जेल भेजा जा रहा है जिसमें एक आरोपी विकास तालुकदार है जो कि मुख्य सार्प शूटर है जिसके द्वारा गोली चलाया गया था इधर वा ये सोन सा ठीक है और क्या होता है कि जैसे आपका सबसे पहले पखांजूर हत्याकांड इसके बारे में हमने एक वीडियो में आपको सारी डिटेल्स दी थी कि किस प्रकार से पखांजूर हत्याकांड में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई और हत्या के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल चुकी थी पुलिस अपने एंगल से जांच कर रही थी asim ray murder case का नया आरोपी
कई सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए कई सारे कॉल को ट्रेस किया गया फोन डिटेल्स को ट्रेस किया गया उसके बाद पुलिस निष्कर्ष पर पहुंची और आरोपियों तक पहुंच गई पुलिस ने कुछ दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 11 आरोपियों का खुलासा किया था कि कौन-कौन इस हत्याकांड में शामिल है
Asim Ray marder
इससे पहले नक्सलियों के द्वारा यह कांड करने की आशंकाएं जताई जा रही थी ऐसा एक शक जा रहा था कि कहीं नक्सलियों ने तो असीम असीम राय को नहीं मारा मगर यह धारणाएं गलत साबित हुई और असीम राय को मारने वाले उसके तीन दुश्मन थे दरअसल आपको बता दूं बप्पा बप्पा गांगुली जो कि नगर पंचायत अध्यक्ष वो और उनके साथ ही विकास पाल इसके साथ एक और साथी जीतेंद्र बैरागी ये तीनों मिलके इस हत्याकांड को अंजाम देने का सोचा था दरअसल जो बप्पा गांगली है उनको अपनी कुर्सी छिन जाने का डर सता रहा था जो विकास पाल है उनको उनके अवैध लौज के टूट जाने का डर सता रहा था जितेंद्र बैरागी जो है उनसे असीम राय की निजी दुश्मनी थी दरअसल आपको बता दें कि जब यह तीनों ने असीम राय को गोली मारकर हत्या करने के बारे में प्लान बनाया तो उस प्लान में पहले यह तीन लोग ही शामिल थे इन तीनों ने सोचा कि असीम राय को अपने रास्ते से हटाना ही ठीक होगा उसके बाद प्लानिंग की गई प्लानिंग में सबसे पहली चीज आई कि आखिर यह हत्या को अंजाम कौन देगा और अगर किसी और से यह हत्या को अंजाम करवाया जाए किसी और से हत्या करवाई जाए तो उसके लिए पैसे कितने लगेंगे तो सबने मिलकर प्लानिंग किया कि इसके लिए शूटर को ढूंढा जाए तो जो बैरागी जितेंद्र बैरागी उन्हें रेखी करने का काम शुरू किया और जो साथी बप्पा गांगुली और विकास पाल हैं
Kanker Asim ray murde
पैसों की व्यवस्था करनी शुरू की इसके बाद यह अपने पाकी साथियों से मिले और उनको बताया इस सारी वारदात के बारे में कि किस प्रकार से इस हत्या को अंजाम देना है शूटर ढूंढे गए और ऐसे कड़ी से कड़ी जोड़ते जोड़ते यह तीन आरोपी से टोटल 11 आरोपी हो गए और पुलिस कॉल डिटेल ट्रेस करते करते सीसीटीवी फुटेज खंगाल खंगाल के इन सब तक धीरे-धीरे कर कर पहुंच गई प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया गया कि इस प्रकार से 10 10 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया मगर एक जो मुख्य आरोपी था जो शूटर था विकास वो फरार था विकास तालुकदार वो गायब था वो पुलिस के हथ्य नहीं चढ़ा हुआ था धीरे-धीरे करके वो अपनी टीम बढ़ाते चले गए तीन से कब 11 हुए इसका पता नहीं चला क्योंकि एक के बाद एक लोगों को जोड़ते चले गए कुछ ने शूटर का व्यवस्था किया कुछ ने रेखी करने वालों की व्यवस्था की कुछ ने समय निर्धारित किया और टोटल ₹ लाख में यह सुपारी फिक्स हुई ₹ लाख में से ₹ लाख हथियार खरीदने में लगाए गए और बाकी के 6 लाख जो जितने आरोपी थे उन्होंने मिलकर बांट लिए मतलब 11 में से तीन को अगर छोड़ दिया जाए तो बाकी के आठ आरोपियों ने मिलकर उस 6 लाख को बराबर बराबर अपने हिस्से में बांट लिया पुलिस ने सारे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि किस प्रकार से प्लानिंग की गई थी किस प्र से असीम राय को अपने रास्ते से हटाने की पूरी तैयारी की गई थी और उसके बाद जाकर एक जो मुख्य आरोपी था जो शूटर था वो फरार था विकास तालुकदार आज का अपडेट यह है
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कि विकास तालुकदार को कांकेर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है दरअसल पखांजूर में जो हत्याकांड हुआ था उसमें विकास तालुकदार मेन शूटर था और वह हत्या के बाद से फरार था लेकिन विकास तालुकदार को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में गिरफ्तार किया गया है हत्या में उपयुक्त पिस्टल जो हथियार यूज किए गए थे उसे भी विकास तालुकदार के पास से बरामद कर लिया गया है पुलिस ने अपने प्रेस रिलीज में और अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की भी पुष्टि की है कि अभी यह कंफर्म नहीं है कि सिर्फ यह 11 लोग ही शामिल थे आगे और लोगों की बढ़ने की आशंकाएं भी है और लोग भी इस हत्याकांड में शामिल हो सकते हैं देखने वाली बात यह होगी कि क्या सिर्फ इन 11 लोगों ने मिलकर इस असीम राय असीम राय हत्याकांड को अंजाम दिया या और भी लोग इसमें शामिल है क्योंकि जिस प्रकार से सारी कहानी निकलकर सामने आई कुर्सी का डर लौज के टूट जाने का डर और ज्याती दुश्मनी यह तीन मुद्दे के इर्दगिर्द असीम राय हत्याकांड अभी तक घूम रही है आगे और कोई लोग इसमें शामिल होते हैं या नहीं यह देखने वाली बात रहेगी आगे के अपडेट के लिए बने हमारे साथ इस हत्याकांड के बारे में जो कुछ भी अपडेट आएगा हम आपको पलपल की अपडेट शेयर करेंगे धन्यवाद स्वर्गीय श्री असीम राय का जो हत्या हुई थी उस केस में पूर्व में 11 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था आज और दो आरोपी को जेल भेजा जा रहा है जिसमें एक आरोप विकास तालुकदार है जो कि मुख्य सार्प शूटर है जिसके द्वारा गोली चलाया गया था और दूसरा आरोपी है सोनू साहू जो कि इसको वेपन प्रदाय किया गया था इन दोनों को आज गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है विकास तालुकदार से एक 7.65 पिस्टल बरामद हुआ है और जो सप्लायर है उसके पास से दो पिस्टल बरामद हुआ है और अभी तक मामले में टोटल 13 आरोपियों को जल भेजा गया हैं
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